तोल मोल के बोल

लेवरल पोतल ह उप्पर से
भितरी बड़का झोल, फकीरा,
तोल मोल के बोल, फकीरा।2।

 

लगल घून हौ धरम करम में

नेह चटलेस दियका।

लूह लागल हीत-नाता के

सरम बिलाइल, डहका ।

इंटरनेट पर पीटत बबुआ

परंपरा के ढोल, फकीरा ,

तोल मोल के बोल, फकीरा।2।

 

तूरत फ़ारत झंखत झारत

आगि लगवलें घर घर ।

कवनो बात भइल बा इहवाँ

बोलत बाटे टर टर ।

जेकरा खातिर छोड़ला सभके

उहे खोलता पोल, फकीरा,

तोल मोल के बोल, फकीरा।2।

 

के के फुकले बा पुवरउटी

इरिखा में जरि जरि के।

इज्जत खाक मिलवले बाटे

इनका उनका धरि के ।

उहे करत फिरत बाS अजुवो

सभके चरित क मोल, फकीरा,

तोल मोल के बोल, फकीरा।2।

 

विरोध के धक्का-मुक्की में

भूलल देस के मान ।

अइसन लोगन के खातिर अब

होखे सेन्हुर दान ।

 

भीतर बाहर सगरों संगही

उघरे नकली खोल, फकीरा,

तोल मोल के बोल, फकीरा।2।

 

 

  • जयशंकर प्रसाद द्विवेदी

20.05.2025

 

 

 

 

 

 

 

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