जय हो गाजियाबाद

एगो सांसद चार बिधायक

मेयर संगे सै गो पार्षद

सबके सब आबाद ।

जय हो गाजियाबाद।

 

नगर निगम के हाल न पूछा

जी डी ए से  ताल न पूछा

पूरे पूरा सहर के बबुआ

जनता बा बेहाल न पूछा।

कोसिस करत करत मरि जइबा

होखी ना संवाद ।

जय हो गाजियाबाद।

 

कतो सड़क पर गटर क पानी

स्वच्छता के क़हत कहानी

बेगर मंगले कुछौ मिले ना

अधिकारिन के हौ मनमानी।

चिट्ठी प चिट्ठी भेजले जा

सुने ना केहू नाद ।

जय हो गाजियाबाद।

 

सभके चारो ओरी घेरा

लगावा फेरा पर फेरा

दरसन के दरसन ना होखे

हेरा उनुके कवनों बेरा ।

फाइल के तादात बढ़त रही

समस्या नाबाद ।

जय हो गाजियाबाद।

सुरक्षा के अब बाति करा मत

परसासन के साथ धरा मत

गली मुहल्ले चलत छिनैती

घर से बहरा रात करा मत ।

थाना के सोझवे लुट जइबा

लिखाई ना परिवाद।

जय हो गाजियाबाद।

 

सुननी ह, हौ शिक्षा के हब

बाक़ि उनका मालिक हौ रब

फीस फीस से कइसे बचबा

संस्थानन में सबके सब दब।

कैंची जमके चली ज़ेब पर

आफत उ दीहें लाद।

जय हो गाजियाबाद।

 

  • जयशंकर प्रसाद द्विवेदी

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