समाजवाद बबुआ, धीरे-धीरे आई समाजवाद उनके धीरे-धीरे आई हाथी से आई, घोड़ा से आई अँगरेजी बाजा बजाई, समाजवाद… नोटवा से आई, बोटवा से आई बिड़ला के घर में समाई, समाजवाद… गाँधी से आई, आँधी से आई टुटही मड़इयो उड़ाई, समाजवाद… काँगरेस से आई, जनता से आई झंडा से बदली हो आई, समाजवाद… डालर से आई, रूबल से आई देसवा के बान्हे धराई, समाजवाद… वादा से आई, लबादा से आई जनता के कुरसी बनाई, समाजवाद… लाठी से आई, गोली से आई लेकिन अंहिसा कहाई,…
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