मातृभाषा दिवस (२१ .२. २०२४)के अवसर पर एगो सारस्वत समारोह के आयोजन

विश्व भोजपुरी सम्मेलन, प्रांतीय इकाई (उ.प्र.) के तत्वावधान में मातृभाषा दिवस (२१ .२. २०२४)के अवसर पर एगो सारस्वत समारोह क आयोजन जीवनदीप एकेडमी, बड़ा लालपुर ,वाराणसी में साहित्य अकादमी के भाषा सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार आ पाती पत्रिका के संपादक डॉ अशोक द्विवेदी क अध्यक्षता में भइल। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के महामंत्री प्रो जयकांत सिंह आ विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ गुरुचरण सिंह, डॉ पी राज सिंह, ई राजेश्वर सिंह, वि. भो. स. के केंद्रीय कार्यालय प्रभारी श्री जगदीश उपाध्याय , श्रेष्ठ कवि श्री शशि प्रेमदेव जी के विशेष उपस्थिति रहल। ए अवसर पर श्री ओम धीरज जी द्वारा संपादित भोजपुरी पत्रिका ‘संझवाती’ क भव्य लोकार्पण भइल। समरोह में भोजपुरी भाषा आ साहित्य के विकास में उल्लखेनीय योगदान खातिर डॉ अशोक द्विवेदी, प्रो जयकांत सिंह, गुरुचरण सिंह, शशि प्रेमदेव सहित कई विशिष्ट साहियकार लोगन के विश्व भोजपुरी सम्मेलन के राष्ट्रीय महासचिव डा अशोक सिंह ,प्रांतीय महासचिव वरिष्ठ नवगीतकार ओम धीरज आ प्रांतीय अध्यक्ष चंद्रकांत सिंह द्वारा अंगवस्त्र आ स्मृति चिन्ह देके सम्मानित कइल गइल। मातृभाषा दिवस पर आयोजित ए कार्यक्रम में साहित्यकार लोगन क ईहे चिन्ता विषेश रूप से व्यक्त भइल कि व्यवस्था के अनदेखी के चलते एतना विपुल साहित्य आ बोले वालन क संख्या के बावजूद भोजपुरी के भाषा के रूप में संवैधानिक मान्यता नइखे मिल पावत। भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में सामिल करावे खातिर एगो जन आन्दोलन के जरूरत बा,जवन बिना जन सहयोग के संभव नइखे। ए दिशा में प्रयास होखे के चाही।कार्यक्रम में भोजपुरी क एगो दूगो रचना के संगे हमरो सहभागिता भइल। सबसे अच्छा ई लगल कि जीवन दीप विद्यालय के छात्र आ अध्यापक संचालन से एकांकी ले बहुत अच्छा ढंग से भोजपुरी में प्रस्तुति दिहलन। एगो अच्छा आयेजन खातिर आयोजक मंडल के बधाई।
(डॉ कमलेश राय जी के फेसबुक पोस्ट से  साभार )

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