गीत

आफत बनके आइल कोरोना, अजी हम सुकवार नइहर की।   आटा सानत मोरी मुरूके कलाई, मुरूके कलाई अजी जीउ जर जाई, ओह पे ताना मारे सास! कहें काम इ तिहारी, अजी हम सुकवार नइहर की।   आफत बनके आइल कोरोना …   बरतन माजत मोरी हाथ करिआई, हाथ करिआई सगरी देह मरूआई, ओह पे लेबे चुटकी देवरा ! कहें काम इ तिहारी, अजी हम सुकवार नइहर की…     आफत बनके आइल कोरोना ….   मचकल कमर तबो झाड़ू लगाई, झाड़ू लगाई अजी पोछा लगाई, ओह पे मटक मटक के…

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