बाढ़ का कहर

थमें ना लहरिया कइसे निकली बहरिया।
लेवे ना किसनवन के केहू अब खबरिया।।
आ○1
चुनउआ से पहिले वादा रहे बच बचाव के..2
अब जानी गइनी इ सब होता खाली नाव के..2
तकला पर आवे सगरो पनीये नजरिया…2
लेवे ना किसनवन के केहू अब खबरिया।।
आ○2
मिले आश्वासन खाली होत नाही कुछ बा..2
नेता लोग के बतिया भईल कुकुर के पूंछ बा..2
डूब गईल पाक्का अउरी फूस के अटरिया..2
लेवे ना किसनवन के केहू अब खबरिया।।
आ○3
बाढ जब आवे तबे होला रोज दौड़ा..2
जगह जगह नेता लोग के लउके जामौडा..2
पाण्डेय आनंद काहे बंद बा नजरिया..2
लेवे ना किसनवन के केहू अब खबरिया।।

  • आनन्द कुमार पाण्डेय
    बलिया ,उत्तर प्रदेश

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