अँगनइया लोटे बबुआ

अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया

हो अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया॥2॥

लेहिंजा बलाइया हो लेहिंजा बलाइया

अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया।।

 

अँगना भर, धुरिये फइलावेला

मुँहे भरिके, देही लगावेला

धुरिये से पोत लेला दूनों कलइया।

हो अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया।

अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया॥

 

पवते मोका, भागेला दुअरे

सोचत आवे ना, केहू नियरे

धउरी धउरी ईया उठावेलीं कन्हइया।

हो अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया।

अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया॥

 

देखि देखि बाबा, उचकि निहारे

उहो न रहि पावें, बेगर दुलारे

बोली बोली बबुआ के बाबू आ भइया।

हो अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया।

अँगनइया लोटे बबुआ, लेहिंजा बलाइया॥

 

  • जयशंकर प्रसाद द्विवेदी

 

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