याद कइल गइले कवि गीतकार ‘सत्तन’ जी

सुखवा क ताना आ दुखवा क बाना
हेरि-हेरि हारीं हेराइल बहाना
संझा बिहान ओरहन भींज जाला
मड़इया में मोर मन भींज जाला…’सत्तन’
गत 19/07/2022 के साँझ के चार बजे से भोजपुरी के कवि-गीतकार स्व. सत्यनारायण मिश्र ‘सत्तन’ जी के पूण्यस्मृति में सत्तन सम्मान समारोह बार एसोशिएशन सिविल कोर्ट सभागार ,गोरखपुर में आयोजित भइल।
कार्यक्रम के अध्यक्षता प्रो रामदेव शुक्ल जी कइलें,मुख्य अतिथि पं हरिराम द्विवेदी जी रहलें , मंचासीन मुख्य वक्तागण प्रो अनंत मिश्र, प्रो चितरंजन मिश्र, जुगानी भाई, डा आद्या प्रसाद द्विवेदी ,प्रो आर डी राय जी रहलें ।
कार्यक्रम के सफल संचालन प्रो बिमलेश मिश्र जी कइलें। सभागार में गोरखपुर के हिंदी आ भोजपुरी के सज्जो साहित्यसेवी लोग रहे ।
आज के समय में जब बाल बच्चा के लगे अपना जीयत माई बाबू के याद करेके आ दू घरी साथे बइठे बतियावे के फुर्सत नइखे सत्तन जी के तीनू लइका अपना बाबू जी से जुड़ल हर स्मृति , उनकर दीहल परवरिश ,उनकर बनावल साहित्यिक सांस्कृतिक मंच ‘भोजपुरी संगम’ के जीव-जान लगा के सहेजे आ सवाँरे के काम कर रहल बा लोग।
सत्तन जी के आवास पर आजुओ भोजपुरी संगम के सफल आ समृद्ध बइठकी हर महीने होला। सबसे सुखद क्षण तब होला जब उहाँ पहुँचला पर तीसरी पीढ़ी ( सत्तन जी के नाती पोता) अपना बालसुलभ अंदाज में आके कहेले कि आईं बइठी, पानी पीं, बाकियो लोग आवते होई ।
     रिपोर्ट – निशा राय

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