जाईं हम लोभाय हो, बबुअवा के मुसुकी पर।
केई पुचकारे, केई अंगे लगावेले
अंगे लगावेले, अंगे लगावेले 2
केकरा अँचरवा नीचे,2 जालें लुकाय हो
बबुअवा के मुसुकी पर।
जाईं हम लोभाय हो, बबुअवा के मुसुकी पर।
माई पुचकारे, बाबू अंगे लगावेले
अंगे लगावेले, अंगे लगावेले 2
दादी के अँचरवा नीचे,2 जालें लुकाय हो
बबुअवा के मुसुकी पर।
जाईं हम लोभाय हो, बबुअवा के मुसुकी पर।
केई किलकावे, केई लहकि बोलावेले
लहकि बोलावेले, लहकि बोलावेले 2
केकरा सुरतिया देखि,2 जालें अघाय हो
बबुअवा के मुसुकी पर।
जाईं हम लोभाय हो, बबुअवा के मुसुकी पर।
चाची किलकावे, चाचा लहकि बोलावेले
लहकि बोलावेले, लहकि बोलावेले 2
बुआ के सुरतिया देखि,2 जालें अघाय हो
बबुअवा के मुसुकी पर।
जाईं हम लोभाय हो, बबुअवा के मुसुकी पर।
केई दुलरावे, केई हुलसि बोलावेलें
हुलसि बोलावेलें, हुलसि बोलावेलें 2
केकरा गोदिया से,2 जालें पराय हो
बबुअवा के मुसुकी पर।
जाईं हम लोभाय हो, बबुअवा के मुसुकी पर।
नानी दुलरावे, नाना हुलसि बोलावेलें
हुलसि बोलावेलें, हुलसि बोलावेलें 2
दादा के गोदिया से,2 जालें पराय हो
बबुअवा के मुसुकी पर।
जाईं हम लोभाय हो, बबुअवा के मुसुकी पर।
- जयशंकर प्रसाद द्विवेदी