स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या पर एक काव्यगोष्ठी “अपनइत ” (भोजपुरी संस्था) के तत्वावधान में हमरे आवास शास्त्री नगर गाजियाबाद में सम्पन्न भइल जेकर अध्यक्षता क भूमिका देस क जानल मानल प्रतिष्ठित कवि ,शायर, पत्रकार अ सम्पादक हम सबकर दुलरूआ अ चहेता भाई मनोज भावुक जी निभवलन। गोष्ठी के अध्यक्ष भाई मनोज भावुक जी मां सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर के दीप प्रज्वलित कइलन , ओकरे उपरान्त श्री अजयवीर सिंह त्यागी जी सम्मानित अध्यक्ष अ रचना कारन क स्वागत माला पहिना के अ शाल ओढ़ाके कइलन।
गोष्ठी क सफल संचालन भाई जेपी द्विवेदी जी कइलन
गोष्ठी क शुरुआत हमरे द्वारा मां सरस्वती के वन्दना से भयल। एह गोष्ठी में भाई संजय ओझा जी क भोजपुरी रचना अ गीत बहुत बढ़िया लगल , भाई मनोज भावुक जी क गीत ग़ज़ल अ दोहा सबकर मन मोह लेहलस –
पड़ल हवेली गांव में, भावुक बा सुनसान
लइका खोजैं सहर में,छोटे छोट मकान।।
मनोज भावुक
ओकरे बाद जेपी द्विवेदी जी के भी रचना बहुत सराहल गइल, हमहूं के काव्यपाठ करैक मौका मिलल,एह दौरान हम अपने पिता कैलाश गौतम जी क भी एक भोजपुरी रचना पढ़ली कुल मिलाके गोष्ठी बहुत बढ़िया अ यादगार बन गइल।एह मौके पर श्रीमती तनुजा द्विवेदी जी ,श्री अजयवीर सिंह त्यागी जी व अन्य सब लोगन के उपस्थिति भी बहुत अहम रहल।हम मनोज भावुक जी, संजय ओझा जी,जेपी द्विवेदी जी बाकी सबकर आभार व्यक्त करता हई अ मुख्यरूप से त्यागी जी के बहुत बहुत आभार उनके मेज़बानी खातिर जे कि भोजपुरी भाषा न जानते हुए भी एतना मन से सुनै लन अ सराहे लन
- सरोज त्यागी