भोजपुरिया संस्कृति में जतरा पर निकलत बेरा, कवनो नया काम शुरू करत बेरा चाहे कवनो शुभ काज के बेरा, दुआर, अंगना आ सतीमाई के अथाने चउका पुरल जाला। कोरोना के विश्व-व्यापी महामारी के विषाद-काल में हृदय के हरषावत ‘भोजपुरी साहित्य सरिता’ के जनवरी-फरवरी 2021 के एह संयुक्तांक के आवरण ओही चउक पुरला के आकृति बा। हरदी के रंग के शुभ-संदेश हर भोजपुरिया क्षेत्र के लोग जानेला आ आदर करेला। ‘भोजपुरी साहित्य सरिता’ के प्रस्तुत अंक के आवरण भोजपुरिया चित्रकारी पर बा। भोजपुरी भाषा आ साहित्य जइसन भोजपुरी कला आ चित्रकला…