घरे-घर खुशियां मनाव,दीया खुशी के जलाव
घरे-घर खुशियां मनाव, बात अब ई फइलाव
धरा बचावे खातिर बबुआ,अब त तू आगे आव
अब ना छोड़ बम पटाखा, कीरिया आज उठाव
दुखियन के गले लगाव… दीया खुशी के जलाव
घरे-घर खुशियां मनाव……….
ना खाएब ,मेवा मिठाई, ना खाएब बाजार के
आपन घरे बनाएब आज,रोकब भ्रष्टाचार के
बिजली के खूब बचाव… दीया खुशी के जलाव
घरे-घर खुशियां मनाव………..
दीन दुखी गरीब के साथे, बाटंम खुशियां दू चार
जेतना संभव होई भइया, देहब हम लार दुलार
बूढवन के गले लगाव… दीया खुशी के जलाव
घरे-घर खुशियां मनाव………..
लाल बिहारी लाल के जग में ई हे बा पैगाम
आपन जिंनगी गैर के खातिर क दिहले निलाम
जग में कवनो दुखिया के हंसाव.. दीया खुशी के जलाव
घरे-घर खुशियां मनाव……..
- लाल बिहारी लाल
सचिव-लाल कला मंच,नई दिल्ली
फोन 7042663073