गीत

मुदित मगन मन देखे बलजोरी ,

खेलतारे राम राजा सिया संग होरी।

 

नगर अयोध्या झूमे झूमे त्रिभुवन हो ,

झूमे कैलाश शिव शक्ति के गन हो ।

राधा मगन कान्हा गोकुला के गोरी ,

खेलतारे राम राजा सिया संग होरी ।

 

ब्रह्मा जी झुमे लेके नारद के संग हो ,

विणा बजावे माई शारदा मगन हो ।

विष्णु मगन बनी लचकत छोरी ,

खेलतारे राम राजा सिया संग होरी ॥

 

उडे गुलाल बा रगांईल अंगे अंग हो ,

धरती रंगाईल बा रंगाईल गगन हो ।

साधु संयासी झुमे दुनु हाथ जोरी ,

खेलतारे राम राजा सिया संग होरी ।

 

मुदित मगन मन देखे बलजोरी ,

खेलतारे राम राजा सिया संग होरी

 

  • सन्नी भारद्वाज

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