आइल बा नया साल, भईया खुशिया मनाव
जन-जन के कल्याण कर गीत मंगल गाव
आइल बा नया साल…………
बैर भाव सब भूला द पिछला, आगे गले लगाव
दिल मिले चाहे ना मिले तबहुं हाथ(मन) मिलाव
मुरझाइल बगिया में फेर से /चल फूल खिलाव
आइल बा नया साल…………
गीत लिख चाहे कविता लिख चाहे लिख कहानी
सबसे देश समाज खातिर जोश भर जवानी
घर-घर में शांति के , किरण फइलाव
आइल बा नया साल…………
लाल बिहारी करे निहोरा,सुन हे भारत के वासी
सबके एक समान बूझ, ना बूझ केहू के दासी
शांति अमन के बात अब जग में फइलाव
आइल बा नया साल…………
लाल बिहारी लाल
नई दिल्ली,